शुक्रवार, 20 सितंबर 2019

Dodiya rajput

                       शश                                                                        

डोडिया राजपूत राजवंश  की ऐतिहासिक जानकारी।

                                                                                       

        जय माँ कुलदेवी हिंगलाज माता 
                                                       
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(1)प्रथम कुलदेवी - हिंगलाज माता (नवमी की पुजा)
    
(2)दुसरी देवी      - नागनेची माता (आठम की पुजा)

(3)तिसरी कुलदेवी - चामुंडा माता ( विशेष मध्यप्रदेश
     में चामुंडा माता डोडिया की कुलदेवी के रूप में
     पुजनीय कुछ अन्य क्षेत्र मे भी डोडिया की  पुजनीय
     देवी है । )
   
(4)जन्म स्थली - आबु अग्निकुण्ड (केल के डोडे से)

(5)निकास - मुल्तान नगर (दिपंग देव की राजधानी)

(6)वंश - अग्निवंश

(7)डोडिया राजपूत राजवंश की उत्पती -
     (क्षत्रिय वंश की पुन स्थापना के लिए डाली गई
     हवन सामग्री के आबु अग्निकुण्ड से निकले  छिटे
     असुरी शक्ति को रोकने के लिए रोपे गये  केल के
     पेड पर लगे। जिसके फलस्वरूप आदिपुरूष दिपंग        
     डोडिया का केल के डोडे पुष्पकली से जन्म हुआ ।    
     जिसका वंश डोडिया राजपूत कहलाया)

(8)शाखा -स्वतंत्र डोडिया राजपूत राजवंश
      ⚫डोडिया राजपूत किसी ओर राजपूत राजवंश
           की शाखा नही है ।
      ⚫डोडिया राजपूत स्वतंत्र राजपुत है ।
           
(9)गंगावत डोडिया,पुरावत डोडिया,इन्द्रभाणोत डोडिया
     लगाने का कारण -दो भाई के नाम पर गंगावत ओर
     पुरावत डोडिया कहलाने लगे मध्यप्रदेश मे गंगा सिंह
     जी डोडिया के नाम पर गंगावत डोडिया कहलाये ,  
     गंगा सिंह जी डोडिया के वंशज।
     मध्यप्रदेश मे पुर सिंह जी डोडिया के नाम पर पुरावत      
     डोडिया कहलाये पुर सिंह जी डोडिया के वंशज ।
     इन्द्रभाणोत डोडिया लावा (सरदारगढ़ ) ठिकाने के
     इन्द्रभाण सिंह जी डोडिया  के वंशज इन्द्रभाणोत
     डोडिया कहलाये । डोडिया राजपूत के शासक का
     नाम डोडिया के साथ कुछ क्षैत्र मे शासक का नाम
     भी लगाते है । (डोडिया की अलग शाखा नही है,
     डोडिया राजपूत शासक का नाम डोडिया के साथ
     जोडा गया है ,शासक का नाम ।जैसे गंगावत डोडिया,
     पुरावत डोडिया,इन्द्रभाणोत डोडिया
     (आशावत डोडिया मेसावत डोडिया यह भी युज
      होता है मध्यप्रदेश क्षेत्र मे )
     अधिकांश क्षेत्र मे केवल डोडिया शब्द युज होता  है ।

 (10)गोत्र-शांडिल्य (दिपंग डोडिया की उत्पती के
        समय हवन कार्य मे सहयोगी व मार्गदर्शक गुरू     
        शांडिल्य ऋषि । अग्निकुण्ड के चारो ओर
        केल के पेड रोपकर हवन कार्य का असुरी शक्ति
        से रक्षा कवच  बनाने वाले गुरू शांडिल्य ऋषि )

(11) डोडिया राजवंश के कुलगुरु - शांडिल्य ऋषि

(12)घोड़ा - सावकरण

(13)नगारो - बिजुवर

(14)तोप - महाकाली

(15)बन्दूक - बागवानी

(16)हाथी - ऐरावत

(17) नाई  -   (सोलकी )सोलंकी

(18)ढोल - राजवीदार

(19)नदी - सरयू

(20)सती-रम्भादेवी

(20)तालाब - भोडेलाव

(21)कंवर - कलेशजी

(22)धुनी - सागनाड़ा हिमालय पर्वत पर

(23)गणेश - गुणबाय

(24)भेरू - काला

(25)तलवार -रणबकी/रणजीत

(26)ढोली - दात्यो

(27)ढोल के डाको-कडषाण

(28)चुड़ो -हाथी

(29)सती - रंभादेवी

(29)प्रथम राज्य- गढ़ गिरनार

(30)डोडिया वंश के आदिपुरूष व प्रथम पुरूष - दिपंग देव
        ( केल के डोडे पुष्पकली से उत्पन्न होने वाले पुरुष     
         दिपंग देव डोडिया )

(31)डोडिया वंश का वृक्ष - केल
       नोट-डोडिया वंश द्वारा केले का खाना निषेध है ।
       क्योंकि डोडिया वंश की उत्पत्ति केल से हुई है ।
       (जिनको इस सम्बंध मे जानकारी हे वह केले को
       नही खाते खास हमारे परिवार के बड़े व्यक्ति )
       वर्तमान मे कुछ परिवार को छोडकर लगभग
       हर क्षेत्र का डोडिया परिवार केला खाता है ।
       राजस्थान मे आज भी कुछ परिवार है जिनका
       मुखिया केला नही खाता है ।

(32) डोडिया वंश की नख - इन्द्रभाणोत

(33)हिंगलाज माता जी की प्रसादी पूजा - चावल,
        लापसी की मिट्टी पुजा नवमी को

(34)नागनेची माता की पूजा- धुप,दिप करके आठम को

(35) डोडिया वंश को बेचरा माता द्वारा
          प्रदान शस्त्र - तलवार

(36)शार्दुलगढ गुजरात  के राव जसकरण डोडिया
        द्वारा मेवाड के महाराणा लक्ष्मण को चित्तोड     
        (रावलगढ़) मे प्रदान चमत्कारिक शस्त्र -तलवार
        (वह तलवार आज भी मेवाड की सांस्कृतिक
        धरोहर है ।तलवार के प्रभाव से महाराणा हम्मिर
         सिंह ने चित्तोड राज्य पुनः विजित किया ।
        उसी तलवार से महाराणा प्रताप ने मुगलो से
        संघर्ष किया ओर विजय प्राप्त की ।)

(37)कुल देवता - समुन्द्र देव
       डोडिया वंश के आदिपुरूष दिपंग देव- हिंगलाज
       माता ओर समुद्र की पुजा करते थे ।
       दिपंग की राजधानी मुल्तान थी ।
       (वर्तमान मे भेरू जी को कुलदेवता के रूप मे
       पुजा जाता है, अधिकांश क्षेत्र मे )

  
        (38)दिपंग की राजधानी मुल्तान दिपंग के वंशज
       पदम सिंह डोडिया  के आधिपत्य से मुल्तान छिन
       जाने के बाद गुजरात -काठियावाड़ मे गढ़ गिरनार,
       जेतगढ़ तथा शार्दुलगढ डोडिया वंश की राजधानी
       रही । शार्दुलगढ डोडिया वंश की प्रमुख राजधानी
       रही ।

(39)महाराणा जगत सिंह द्वितीय  (1734 से 1751ई,)
       ने जयसिंह डोडिया के प्रपौत्र सरदार सिह डोडिया
       को लावा ठिकाने की जागीर प्रदान की,उसने लावे
       मे दुर्ग का निर्माण करवाकर उसका नाम सरदारगढ़
       रखा ।

(40)मेंवाड की रक्षा हेतु डोडिया परिवार की 17
       पिडिया रणक्षेत्र मे शहीद हुई ।

(41)महाराणा सज्जन सिंह के शासनकाल
     (1874 से 1884ई,)महाराणा सज्जन सिंह
     ने ठाकुर मनोहर सिंह की कार्यकुशलता व
     योग्यता से प्रसन्न होकर ठाकुर मनोहर सिंह
     डोडिया को मेंवाड की प्रथम श्रेणी का सरदार
     घोषित किया ।

(42)महाराणा लाखा ने ठाकुर धवल सिंह डोडिया
        को मेंवाड मे आमंत्रित कर रतनगढ़ नन्दराय
       ओर मसूदा सहित पांच लाख की जागीर प्रदान
       कर 1387 ई.मे मेंवाड का सामंत बनाया ।

                                                                            


➡प्रथम कुलदेवी माँ हिंगलाज का ब्रहमणी अवतार है।
इसलिए इनके शराब मांस खाना पिना उनका अपमान
है ।विधि विधान से अलग है ।

                                                                            

➡दुसरी माता नागनेची - यह माता बदनोर महाराजा
राव सांडोजी डोडिया जोधपुर महाराजा के यहा शादी
करने गये बारात वापस आ रही थी ।
जोधपुर से बदनोर आते समय रास्ते मे रात हो गई ।
रात्री मे माता नागनेची पालकी मे आकर बैठ गई ।
शुभह देखा की पालकी मे वजन ज्यादा है ।
पालकी के अन्दर देखा तो अन्दर देवी बेठी है।
उनसे पुछा हमारे पहले से देवी है ।
माता ने जबाव दिया मे भी रहुंगी तब से माता
नागनेची पालने आयी ।
नागनेची माता राठोड़ वंश की कुलदेवी है ।
लेकिन नागनेची माता पालने आई तब से हिंगलाज
माता के साथ डोडिया वंश की पुजनीय देवी बन गई ।
                                                                           

➡चित्तौड पर अकबर की चढ़ाई 1567 ई. के दौरान
 मेंवाड के सरदारो ने भाण के पुत्र राव सांडोजी डोडिया
ओर रावत साहिबखान के माध्यम से संधिवार्ता की जो
असफल रही ,।जब युद्ध प्रारंभ हुआ तो सांडोजी डोडिया
गम्भीरी नदी के पश्चिमी तट पर शाही सेना से बड़ी
बहादुरी से लड़कर मारा गया । सांडोजी डोडिया की
छतरी आज भी चित्तौड गम्भीरी नदी के किनारे पश्चिमी दिशा मे है

                                                                          

➡सांडोजी डोडिया का उत्तराधिकारी भीम सिंह
डोडिया प्रसिद्ध हल्दीघाटी युद्ध मे प्रताप के प्रमुख
सहयोगी के रूप मे मानसिंह के हाथी को मारकर
वीरगति को प्राप्त हुआ ।

                                                                         
     
      उम्मेदगढ़ से सरदारगढ़ तक सुक्ष्म वंशावली
➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖                       
   ⚫कालु सिंह जी मालवा (मध्यप्रदेश )
       👉पिपलोदा
       👉सुखेडा
       👉मन्डावल
       👉चांपानेर
       👉आशावली
       👉गुदरखेडा
       👉चण्डाल
       👉उणी,,इत्यादि

                                                                          
 
   ⚫धवल सिंह डोडिया मेंवाड (राजस्थान)
        बदनोर  , आडावाल , मसुदा
        20 लाख का पट्टा संवत 1444 की साल
        मे पल्ड गांव खाली हुए। उन गांव को बागोल
        12 गांव की जागीर दि गई यह संवत 1684
        तक चला । पल्ड महाराणा अमर सिंह जी ने गांव
        खाली कर दिया । डोडिया राजपूत की बागोल
        जागीर से गये हुए डोडिया राजपूत  के गांवो
        के नाम -  बागोल का मुख्य ठाकुर वंश बागोल
        जागीर के कोटेला गांव मे बसता है ।
        बागोल मे डोडिया का आज भी रावला चोरा है ।
        बागोल के डोडिया राजपूत  परिवार से गये
        हुऐ डोडिया राजपूत के गांव के नाम -
        👉रठाणा
        👉टोकरा
        👉आटून
        👉हम्मिरगढ़
        👉नारलाई
        👉खोबारागुडा
        👉जैतान (जैतारण)
        👉देलवाडीया
        👉डोडिया का खेड़ा
        👉नरदास का गुड़ा
        👉शार्दुल
        👉सापोल
        👉कमलोद
        👉सोडार
        👉जालोड़ा
        👉गच्छी पुरा
       
                                                                           
 (ग्रामीण मान्यता रठाना )
रठाणा मे प्रवेश इन्द्र सिंह जी के पुत्र अमर सिंह जी
को पट्टा मिला अमर सिंह जी के दो पुत्र हुए ।
पदम सिंह जी डोडिया ओर पृथ्वी सिंह जी डोडिया
पदम सिंह जी की शादी डबोक देवड़ा गोपाल
सिंह जी की लड़की से हुआ ।
पृथ्वी सिंह जी  डोडिया शादी सोलंकीयो का गुड़ा
उकार सिंह जी की लड़की से हुआ । इनका
भाइपा रूपनगर है ।पृथ्वी सिंह जी डोडिया
को वांगटो की खेड़ी का पट्टा मिला ।

                                                                           

ढिकाणी-जागीर  डोडिया वंश की जागीर है।

                                                                           
Jashwant singh dodiya 
Thikana-sardargarah 
Bagol-jaageer 
Village-kotela post-bagol
Tehsil- nathdwara 
District rajsamand 
State-Rajasthan 313301
Mo. 9950555091
                                                                           

125 टिप्‍पणियां:

  1. जय हिंगलाज माता जी
    जय चामुंडा माता जी
    जय नागनेची माता जी
    जय समुद्र देव
    जय भेरू नाथ
    जय पुर्वज बावजी नमः
    जय माँ भवानी
    🚩🚩🚩🚩🚩🚩

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  2. जशवन्त सिंह डोडिया
    ठिकाणा-कोटेला बागोल जागीर
    ठिकाणा-सरदारगढ़
    पोस्ट-बागोल तहसील-नाथद्वारा
    जिला-राजसमंद राज्य-राजस्थान
    पिनकोड-313301
    मोबाइल नंबर- 9950555091

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    1. अखिलेंद्र सिंह डोडिया
      ठिकाना मंडावल
      हाल मुकाम बड़ागांव तहसील खाचरोद जिला उज्जैन मध्य प्रदेश बहुत-बहुत धन्यवाद हुकुम आपने जो यह जानकारी हमें प्रदान की उसके लिए मैं आपका सदेव आभारी हूं

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    2. बहुत सही जानकारी दी गई है kunwar Ravindra Singh Sengar Lucknow

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    3. Buldansingh %narayansingh Dodiya ganv jaloda th Lohawat district phalodi stet rajsthan

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    4. हुकुम आप मालवा में ठिकाना रीछा तहसील आलोट जिला रतलाम का नाम भी जोड़ दे

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  3. जय माता दी बन्ना सा,
    अत्यंत महत्वपूर्ण और स्वर्णिम जानकारी आपने समाज के सामने रखी है आपके द्वारा की गई मेहनत अदभुत ओर सराहनीय है डोडियाओ से संबंधित जानकारी और कथन को
    ऑनलाइन कर आपने हर एक डोडिया दरबार को स्वयं से परिचित करवाने का प्रयास किया है में ओर आशा करता हुँ समाजजन भी आपके कार्य के आभारी रहेंगे,मुझे गर्व है ओर हमेशा रहेगा कि आप मेरे अनुज है ।।

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  4. hukam aap ne ye jankari jo dodiya vansa ke liye jaruri h isme ak mahtvpurn bat h ki kul devi hinglag mata ko brahmani ka avtar h v sarab v mansa khana apradh h to sabhi bhaiyo se nivedan h ki is bat ka visesh dhyan rakhe v is jankari ko adhik se adhik sheyar kare jai mata di hukum dhanyvad

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  5. jay ma bhavani aap ne bahut hi achi jankari di he or bhi dijiye kyu ki bina jankari ke hamari sanskruti or hamare purvjo ka balidan vyarth jayega hamari nayi pidhi ko inki bahut jyada jarurat he or aapko bhi badhai deta hu hamare gourav vante itihas ko yaha lane ke liye jay ma bhavani

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  6. होकम आप मालवा ठिकाने में ठिकाना भानपुर का भी नाम चड़ा दे धन्यवाद

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  7. ठासा.मांगू सिंह जी डोडिया पिता भैरू सिंह जी (आशावत)
    ठिकाना भानपुर (मालवा प्रांत)
    कुलदेवी- मां चामुण्डा
    कुलदेवता- भेरू बावजी (काला बावजी निंबोदिया)
    मुख्य ठिकाना- बनवाड़ा जिला उज्जैन (मध्य प्रदेश)
    सतीमाता का स्थान- अटलावदा
    भानपुर ठिकाने के संस्थापक- ठा.सा सुल्तान सिंह जी डोडिया, ठा.सा उदय सिंह जी डोडिया और ठा.सा लाल सिंह जी डोडिया

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  8. हॉकम इसमें मुख्य स्टेट हमारी सुखेडा ही है

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  9. मेवाड़ सियासत का सरदारगढ़ ठिकाणा इन्द्रभाणोत डोडिया राजपूत का है ।
    जिनकी प्रथम जागीरे मेवाड मे मसुदा-अजमेर नन्दराय-भिलवाडा रतनगढ-भिलवाडा (विक्रम संवत 1387 ई) उसके बाद विक्रम संवत 1444 ई मै मसुदा बदनोर आडावल जागीरो के बदले डोडिया ठाकुरो को 1444 मे 12 गांव की जागीर बागोल दि गई । उसके बाद लावा(सरदारगढ) की जागीर प्रदान की 1734से 1751ई के बिच।
    (सरदारगढ 1738 ई)

    बागोल जागीर मे डोडिया का आज भी रावला चोरा चारभुजा जी ओरा बावजी व अन्य पुजनियव सार्वजनिक स्थल है । बागोल का मुख्य जागीरदार परिवार कोटेला मे बसता है जिनके सांस्कृतिक कार्यक्रम बागोल मे ही सम्पन्न होते है ।
    वर्तमान ठाकुर साहब स्वरूप सिंह जी डोडिया
    डोडिया राजपूत द्वारा भेट गोशाला आज भी मोजुद है जो आज गो माता का निवास स्थल है ।
    डोडिया की कुलदेवी हिंगलाज माता मंदिर कोटेला मे स्थित है ।
    कोटेला के डोडिया राजपूत के सम्बन्ध मेवाड़ की सेवा मे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले ठिकाने दार मे सम्बन्ध है । डोडिया राजपूत नै मेवाड़ मे महत्वपूर्ण योगदान दिया ।
    डोडिया राजपूत ने मेवाड़ की रक्षा मे 17 पिढी का बलिदान दिया है ।


    जशवन्त सिंह डोडिया
    9950555091

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  10. डोडिया राजपूत वहाटसप ग्रुप
    9950555091

    वहाटसप पर जुडने के लिए ।

    निम्न जानकारी।

    डोडिया राजपूत ठिकाणा जिससे आप है ।
    स्वयं का नाम / पिता जी का नाम
    गांव पोस्ट तहसील जिला राज्य पिनकोड
    मोबाइल नम्बर कमेंट करे डोडिया राजपूत हुक्म ।

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    उत्तर
    1. हुकुम आप गांव लखनेटी तहसील ताल जिला रतलाम मध्य प्रदेश 457118 को भी ऑनलाइन कर दीजि
      नाम कृष्णपाल सिंह डोडिया गंगावत पिता भेरू सिंह जी डोडिया गंगावत ठिकाना लखनेटी

      👏👏

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    2. Hokam grup me shamil kro
      Pushpendra singh Dodiya gangavt
      Mobile number 6266798188

      हटाएं
    3. विपिन सिंह डोडिया
      ठिकाना :- झागरिया
      जिला एवं तहसील :-सिहोर
      मोबाइल नंबर:-8965914488

      हटाएं
    4. बहुत बहुत धन्यवाद होकम । रोहित सिंह डोडिया ठि मण्डावल

      हटाएं
    5. kr Mahendra singh dodiya thi-sapol
      Mo n. 9001728416

      हटाएं
    6. युवराज सिंह डोडिया गांव अचलावदा पोस्ट अरनोद जिला प्रतापगढ 312615
      Mo.9079187485

      हटाएं
  11. बहुत बहुत धन्यवाद बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी आपके द्वारा दी गई इसे पढ़ कर गर्व महसूस होता है 🚩🙏

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  12. बहुत बहुत धन्यवाद महत्वपूर्ण जनकरी मिली

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  13. bahut bahut dhyavad hkm aap na dodiya vans ki jankari di or kuldevi maa ki jankari di hkm thanks hkm.

    bhupendra singh dodiya
    udaipur rajasthan

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  14. Thank you ... Bapu.

    Digvijaysinh Dodiya
    Vajiriya state(Rajpipla state)
    Narmada( Gujarat)
    Guj

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  15. निंबोदिया खुर्द तह, नागदा ज़िला उज्जैन म प्र

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  16. बहुत ही ऐतिहासिक लेख,जो आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन करेंगी।। जितेन्द्र सिंह डोडिया अध्यापक ठिकाना मण्डावल।

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  17. Dhanyavaad hokm me aap ka aabari hu dodiya pariyar ki ithas ke liye bhut bhut dhanwada hokm

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  18. जय माता दी बन्ना सा,
    अत्यंत महत्वपूर्ण और स्वर्णिम जानकारी आपने समाज के सामने रखी है आपके द्वारा की गई मेहनत अदभुत ओर सराहनीय है डोडियाओ से संबंधित जानकारी और कथन को
    ऑनलाइन कर आपने हर एक डोडिया दरबार को स्वयं से परिचित करवाने का प्रयास किया है में ओर आशा करता हुँ समाजजन भी आपके कार्य के आभारी रहेंगे,मुझे गर्व है ओर हमेशा रहेगा कि आप मेरे अनुज है ।। Bhopal Singh Dodiya Jalora

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  19. जय माँ भवानी हुकुम
    आदित्यराज सिंह डोडीया
    ठि. वडोदरा(बड़ौदा) गुजरात

    हमारे वंश की महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद हुकुम।
    माँ भवानी हम सभी राजपूतों को धर्म की रक्षा करने का फिर से सौभाग्य प्रदान करे।
    हर हर महादेव

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  20. जय माँ भवानी Ranjitsinh ambalal dodiya
    At-somjipura ta-padra. वडोदरा(बड़ौदा) गुजरात

    हमारे वंश की महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद हुकुम।
    माँ भवानी हम सभी राजपूतों को धर्म की रक्षा करने का फिर से सौभाग्य प्रदान करे।
    हर हर महादेव

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  21. Hamarey lohar gyati mey bhi Dodia surname aati hey or surashtra se belong kartey hey hamari kuldevi chamunda hey to kiya hamari or aap ki gyati ek hey krupa kar k sahi jankari agar kisi k pass hey to batana

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  22. जितेन्द्र सिंह डोडिया अध्यापक ठिकाना मण्डावल।।

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  23. जय माता दी आप के द्वारा बहुत ही बढ़िया जानकारी दी हम आप के आभारी है राजदीप सिंह डोडिया ठी Nimbodiya khurd tehsil nagada dist Ujjain

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  24. बहुत बहुत आभार हुकुम अपने इतनी महत्वपूर्ण जानकारी दी
    रामस्वरूप डोडिया
    ठिकाना कांकड़खेड़ा (जिला_शाजापुर मध्यप्रदेश)

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  25. प्रदीप सिंह डोडिया सीहोर हाल ठिकाना बिलकिसगंज झागरिया बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार हुकुम डोडिया राजवंश उत्पत्ति एवं संपूर्ण जानकारी देने के लिए

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  26. सुमेर सिंह डोडिया ठिकाना सुखेड़ा जिला रतलाम बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार हुकुम डोडिया राजवंश उत्पत्ति एवं संपूर्ण जानकारी देने के लिए जय माता दी कि होकम

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  27. धन्यवाद हुकुम आप का बहुत बहुत आभार

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  28. धन्यवाद हुकुम आप का बहुत बहुत आभार
    Sagar Singh Dodiya
    Nimbaakhedi
    हॉल मुकाम nagda jn

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  29. सापोल से सालरी पहुँचे डोडिया राजपूत के बारे मे कुछ जानकारी हो तो बातएंगे हुकुम

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  30. सालरी झालावाड़ जिला मे आता है हुकुम मगर झाला से एक युद्ध मे उन्हें सालरी छोड़ना पड़ा आज वो डोडिया परिवार रामपुरा के पास बुज गाँव मे निवास कर रहे हैं गाँव बुज तहसील रामपुरा जिला नीमच

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  31. Laxman singh dodiya Ex MLA
    Khadi dodiya
    Tehsil polay kalan
    Jila sajahpur (M.p)

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  32. आप सभी डोडिया वंशज आदरणीय सिरदारो को बेदला उदयपुर राजस्थान से हरिसिंह डोडिया पिता श्री छगन सिंह जी डोडिया 🌹दाता बाउसा होकम स्व.गणपतसिह जी सा व परदाता होकम स्व.श्री दौलत सिंह जी सा डोडिया।की ओर से घणी खम्मा जय माताजी 🙏🏻 🔱जय हिंगलाज चामुंडा देवी 🌹🌹🔱 डोडिया वंश के बारे बहुत ही सुन्दर एतिहासिक जानकारी आप श्रीमान होकम द्वारा प्रदान की। बहुत बहुत आभार धन्यवाद 🙏🏻होकम जानकारी के अनुसार हमारे वंशज का ठिकाना लावासरदारगढ़ है। हमारे बेदला उदयपुर राजस्थान में जागिरि मिलने के कारण की पूर्ण जानकारी हमें नहीं है 🙏🏻 कृपया इस बारे में कोई ऐतिहासिक जानकारी अवश्य प्रदान करें। अपने सभी और बसें परिवारों सिरदारो का परिचय जानकारी हेतु वार्षिक स्नेह मिलन कार्यक्रम सम्मेलन के माध्यम से अवश्य करवाएं। ताकि एकजुटता स्नेह बना रहे। सभी वाट्सएप से जुड़े और निरंतर वंश सम्बंधित जानकारी अवश्य प्रदान करें। पुनः आभार धन्यवाद 🙏🏻 आपका अपना परम स्नेही हरिसिंह डोडिया बेदला, उदयपुर राजस्थान ठिकाना लावासरदारगढ़ मोबाइल 8946977823

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  33. बहुत बहुत धन्यवाद हुकुम जो आप ने हमे ये जानकारी दी है डोडिया राजवंश के बारे में नरेन्द्र सिंह डोडिया चेनपुरा महु इंदौर श्रीराष्ट्रीय राजपूत करणी सेना महु इंदौर

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  34. जय माता दी सा यह जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद होकम

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  35. सुरेश सिंह दिलीप सिंह डोडिया गांव कानवन जीला धार

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  36. धन्य हो हुकम सा, जानकारी कभी नही थी जो आज जानकर मन प्रसन्न होगया ।

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  37. जय माता दी हुकुम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद बहुत-बहुत आभार
    ठिकाना थंब गुराडिया (रावला रिछा)तहसील ताल जिला रतलाम मध्य प्रदेश

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  38. जय माता दी आदरणीय कोटि कोटि धन्यवाद आपका जो महत्वपूर्ण जानकारी से हमें अवगत करवाया अर्जुन सिंह डोडिया पिता श्री स्वर्गीय कमल सिंह जी डोडिया ठिकाना डोडिया खड़ी जिला शाजापुर मध्यप्रदेश

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  39. हाेकम बहुत अच्छी जानकारी प्रदान की धन्यवाद आपका कू.तेजपाल सिंह डोडिया ठिकाना.माताजी बड़ायला

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  40. आप सभी आदरणीय सम्माननीय दाता हुकुम और दाद भाई हुकुम और बन्ना हुकुम को मेरा खम्मा घणी मुझे बहुत खुशी है कि आपने हमारे डोडिया वंश के बारे में सभी को जानकारी प्रदान की इसलिए मैं आपका कोटि कोटि आभार व्यक्त करता हूं 🙏🙏
    🚩🚩 जय मां चामुंडेश्वरी नमः 🙏🙏
    तेजपाल सिंह डोडिया
    ठिकाना मुंडला कला
    तहसील ताल जिला रतलाम मध्य प्रदेश

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  41. Bahut Achcha jankari MI Li
    Jay rajputana
    Rajpal singh dodiya
    Th marmiya jila ratlam
    Jay mata di

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  42. आप सभी हुकुम को मेरी ओर से खम्मा घणी अर्ज मालूम होवे आपने हमारे डोरियां वंश के बारे में जो जानकारी बताई है उसके लिए मैं हृदय से आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं ऐसी जानकारी हमेशा आप हमें देते रहें धन्यवाद खम्मा घणी

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  43. जय माँ हिंगलाज सभी हुकम को बहुत बहुत आभार जो आपने सम्मान दिया व मेरा मार्गदर्शन करने मे महत्व पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा ।
    सभी हुकम को प्रणाम ऑर हमेशा आप सभी हुकम का साथ सहयोग आशिर्वाद मार्गदर्शन बना रहे ।

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  44. विस्तृत एवम् महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की हैं hkm।

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  45. Hokm hamara village Bokhla pal Dungarpur Rajasthan hai!pura Gav doda hai but nikashi ke bare koi jankari nhi hai!

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  46. होकम बहुत अच्छी जानकारी आपने दी है जिससे हमें कुल के इतिहास की जानकारी मिली

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  47. BHANUPRATAP SINGH DODIYA THIKANA ROOPDI🚩🚩BAHOT BAHOT DHANYAWAD HUKUM IS JANKARI KE LIYE🙏

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  48. Bahut badiya hkm Jay matadi lokendrasingh mesavat dodiya thi.borwani jila ratlam th.jaora mp

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  49. बहुत सही जानकारी हुकुम 🙏
    भ. कु. विनयराज सिंह डोडिया ठि.बप्पैया तह. महिदपुर जिला उज्जैन म.प्र

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  50. ठाकुर लालसिंह डोडिया
    कुँवर शंकरसिंह डोडिया
    कुंवर शिवपालसिंह डोडिया
    भंवर राजवीर डोडिया
    भंवर ओमराज डोडिया
    भंवर युवराज सिंह् डोडिया
    ठिकाना सुवास,तेह माकडोंन,जिला उज्जैन mp

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  51. जानकारी दी हमारे पुर्वजों के बारे मेओर इतिहास बताया अब ऐसा लगा कि हमारे डोडिया राजवंश सबसे अलग है भगवान ने इसलिए हमें स्वतंत्र राजपुत बनाया सर्व हिन्द अग्नि वंशजों को जय हिंगलाज मां भवानी जयनागणेशी मां

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  52. पुष्पेन्द्र सिंह डोडिया
    ठिकाना बोरवाना

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  53. महत्वपूर्ण सूचनाएँ प्राप्त हुई।डोडिया सरदार केवल एक ही राज्य में नही बल्कि कई राज्यों में बिराजते हैं यह मन को हर्ष प्रदान करता है।

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  54. Jay maa bhavani

    Ji mere ek prashn hai ki mein Gujarat ke bhavnagar se hu aur mein bhi karadiya rajput dodiya hu aur hamari kuldevi aai shree khodiyar maa hai lekin apne apni jankari mein yah unka ullekh nai Kiya hai...kya hamare purvaj alag the ..hamara hitash alag hai?

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  55. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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    1. नाम-बबलू सिंह डोडिया पिता-चाऊड सिंह जी डोडिया ठिकाना-बोरवानी (असावती) तह. जावरा

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  56. गुलाब सिंह डोडिया भेरु सिंह डोडिया ईश्वर सिंह डोडिया जितेंद्र सिंह डोडिया (जित्तु बन्ना कट्टर हिंदू mp43 ठिकाना बोरवनी) असावती दिवाना 💯🚩

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  57. जितेंद्र सिंह डोडिया पिता ईश्वर सिंह डोडिया पौत्र भेरु सिंह डोडिया 🚩⚔️

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  58. [24/03, 5:21 pm] Jitu Darlimg: श्रीपाल सिंह डोडिया पिता गोविन्द सिंह डोडिया ठिकाना बोरवनी
    [24/03, 5:22 pm] Jitu Darlimg: मेसावत असावती

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  59. [24/03, 5:21 pm] Jitu Darlimg: श्रीपाल सिंह डोडिया पिता गोविन्द सिंह डोडिया ठिकाना बोरवन[24/03, 5:21 pm] Jitu Darlimg: श्रीपाल सिंह डोडिया पिता गोविन्द सिंह डोडिया ठिकाना बोरवनी
    [24/03, 5:22 pm] Jitu Darlimg: मेसावत असावती
    [24/03, 5:32 pm] Jitu Darlimg: ठाकुर गुलाब सिंह डोडिया ठाकुर भेरु सिंह डोडिया ठाकुर गोविंद सिंह डोडिया कुंवरसा श्रीपाल सिंह डोडिया ठिकाना बोरवनी (असावती दिवाना): मेसावत असावती
    [24/03, 5:32 pm] Jitu Darlimg: ठाकुर गुलाब सिंह डोडिया ठाकुर भेरु सिंह डोडिया ठाकुर गोविंद सिंह डोडिया कुंवरसा श्रीपाल सिंह डोडिया ठिकाना बोरवनी (असावती दिवाना)

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  60. ठा.मदन सिंह डोडिया ठा. मोहन सिंह डोडिया ठा.गजेन्द्र डोडिया ठिकाना खिलेड़ी धार मध्य प्रदेश

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  61. कुँवर रघुवीर डोडिया कुँवर भरत सिंह डोडिया कुँवर वीरेन्द्र सिंह डोडिया कुँवर विजय सिंह डोडिया कुँवर अजयराज सिंह डोडिया. कुँवर हर्षवर्द्धन सिंह डोडिया भंवर भानुप्रताप सिंह भंवर नित्यराज सिंह डोडिया

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  62. Govind Singh Dodiya s/o Sri. Jai Singh Dodiya
    Thikana. Dhilie (Sardar ghar)
    Mobile no. 9636406742

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  63. Dodiya rajput ki jankari dene ke leye aap ko sadar Dhanaywad apani nae pidi ke liye jankari upyogi rhegi.(laxmansingh dodya thikana naveli ,tahshil jaora ,jila ratlam m.p hall mukam 74 Kirtinagar ujjain)

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  64. धन्यवाद भाई जी
    इतिहास को संग्रह का उत्तम प्रयास किया है।
    शुभकामनाए
    जय गौ माता
    98989 99970

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  65. ठ़ि कोटेला मेवाड़ राजसमंद
    महेंद्र सिंह डोडिया

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  66. जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद। आज के समय में कुल की जानकारी एवं वंशावली का का ज्ञान प्रत्येक बन्ना को होना जरूरी हे।।
    कृष्णपाल सिंह डोडिया( मेसावत)
    ठी.लोध

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  67. ठाकुर छत्तरसिंह जी डोडिया सरदार
    कुंवर पोप सिंह जी डोडिया
    कुंवर नारायण सिंह जी डोडिया
    कुंवर हरपाल सिंह डोडिया सर
    कुंवर धीरज सिंह डोडिया उर्फ धीरज बना
    कुंवर पृथ्वीराज सिंह डोडिया
    ठिकाना मकोडिया चारभुजा
    तहसील सांवेर जिला इंदौर मध्य प्रदेश
    संगठन करणी सेना परिवार टीम जीवन सिंह शेरपुर

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